भारत में वजन घटाने की दवाइयाँ: Wegovy और Mounjaro का असर
इस साल जुलाई 2025 में, Novo Nordisk ने अपनी मशहूर वजन घटाने वाली दवा Wegovy और Eli Lilly ने Mounjaro भारत में लॉन्च की, जिससे शहरों में वजन-प्रबंधन को लेकर रुचि और आशा दोनों बढ़ी है।
1. बिक्री में बड़ा उछाल
- Mounjaro: मार्च में लॉन्च के बाद, जून तक इसकी बिक्री डबल होकर हुई ₹26 करोड़ (~87,986 यूनिट्स)।
- Wegovy: जून तक श्री 1,788 यूनिट्स (₹2.53 करोड़) बिक चुकी हैं।
2. मूल्य और पहुँच की चुनौती
मूल्य ₹17,000–₹26,000 प्रति माह के बीच है, जो मिडिल क्लास के लिए खर्चीला है—ऋण या बहु-दवा निवेश के बिना सुलभ नहीं।
3. सेहत पर असर & उपयोगिता
GLP‑1 रेस्पॉन्स की दवाइयाँ हैं, जो भूख कम करती हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखती हैं।
Mounjaro ने उपयोगकर्ताओं में कम से कम 15–23% वजन घटाव देखा (जैसे मरीज विक्रम ने 23% तक वजन घटाया)।
4. जेनरिक दवाइयों की तैयारी
₹2026 में semaglutide की पेटेंट समाप्ति के बाद Sun Pharma, Cipla, Dr. Reddy’s, Biocon जैसे इंडियन कंपनियाँ सस्ती जेनरिक दवाओं का उत्पादन शुरू करेंगी।
5. भविष्य की राह
- वजन‑घटाने के लिए डॉक्टर की सलाह के साथ इस्तेमाल जरूरी है।
- जेनरिक लॉन्च से कीमतें कम होंगी और पहुंच बढ़ेगी।
- Market तेजी से बढ़ रहा है—2021 से 5x विस्तार; अभी ₹628 करोड़, भविष्य में $150 बिलियन वैश्विक लक्ष्य।
निष्कर्ष
Wegovy और Mounjaro का भारत में प्रवेश वजन कम करने के नए युग की शुरुआत है। हालांकि अभी ये महंगी हैं, लेकिन 2026 में जेनरिक एंट्री से लागत और पहुंच में सुधार संभव है—जो स्वास्थ्य‑सचेत urban middle class के लिए मददगार होगा।
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