“सितारे जमीन पर” मूवी रिव्यू – दिल को छू लेने वाली प्रेरणादायक कहानी
सितारे जमीन पर 2025 की एक नई हिंदी फिल्म है जो समाज में विशेष आवश्यकता वाले लोगों की क्षमता और उनके आत्मसम्मान को उजागर करती है। इस फिल्म में एक ऐसे बास्केटबॉल कोच की कहानी दिखाई गई है, जिसे अपने दंड के रूप में एक ऐसी टीम को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी मिलती है, जिसमें मानसिक रूप से विशेष लोग शामिल होते हैं। फिल्म का विषय संवेदनशील है लेकिन इसका प्रस्तुतिकरण प्रेरणादायक और मनोरंजक है।
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी गुलशन नाम के एक बास्केटबॉल कोच के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे कोर्ट द्वारा एक दिव्यांगों की टीम को ट्रेनिंग देने की सजा मिलती है। शुरुआत में गुलशन इस जिम्मेदारी को बोझ समझता है, लेकिन जैसे-जैसे वह इन खिलाड़ियों को समझने लगता है, उसकी सोच में एक बड़ा परिवर्तन आता है। इन खिलाड़ियों की ईमानदारी, जज्बा और सकारात्मक सोच गुलशन को एक बेहतर इंसान बना देती है।
फिल्म दिखाती है कि समाज किस तरह से विशेष लोगों को अलग नजर से देखता है, जबकि वास्तव में वे भी उतने ही सक्षम होते हैं, अगर उन्हें समझा और मौका दिया जाए। फिल्म के अंत तक गुलशन एक पूरी तरह बदला हुआ इंसान बन जाता है, और उसकी टीम एक प्रेरणा का स्रोत बन जाती है।
अभिनय
फिल्म में गुलशन की भूमिका में आमिर खान ने शानदार अभिनय किया है। उन्होंने अपने किरदार में गहराई और इमोशन को बखूबी दर्शाया है। उनके चेहरे के हाव-भाव और संवाद अदायगी दर्शकों को बांधे रखते हैं।
फिल्म में जेनिलिया डिसूजा ने भी अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने एक प्रशिक्षक और सहायक की भूमिका निभाई है, जो गुलशन को अपने भीतर झांकने में मदद करती है। उनका अभिनय सहज और भावनात्मक है।
टीम के दिव्यांग खिलाड़ियों का अभिनय भी काफी सराहनीय है। उन्होंने अपने किरदारों को जिस सच्चाई और सरलता से निभाया है, वह दर्शकों के दिलों को छू जाता है।
निर्देशन
फिल्म का निर्देशन बेहद संवेदनशीलता और समझदारी के साथ किया गया है। निर्देशक ने न केवल एक मनोरंजक फिल्म दी है बल्कि समाज के प्रति एक गहरा संदेश भी दिया है। फिल्म के दृश्य, कैमरा एंगल, लोकेशन और संगीत सभी मिलकर एक भावनात्मक अनुभव प्रस्तुत करते हैं।
संगीत
फिल्म का संगीत भी इसकी भावनाओं को गहराई देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। “सितारे जमीन पर” टाइटल ट्रैक दिल को छू लेने वाला है और फिल्म के संदेश को खूबसूरती से उजागर करता है। इसके अलावा अन्य गाने जैसे “गुड फॉर नथिंग” और “सर आँखों पे मेरे” भी कहानी के साथ अच्छे से मेल खाते हैं।
बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन
फिल्म ने रिलीज़ के पहले तीन दिनों में अच्छी कमाई की है। पहले दिन फिल्म ने लगभग ₹10.6 करोड़ की कमाई की, वहीं दूसरे दिन यह बढ़कर ₹20 करोड़ से अधिक हो गई। तीसरे दिन तक फिल्म का कुल नेट कलेक्शन भारत में ₹50 करोड़ के करीब पहुंच गया।
इस फिल्म की ओपनिंग ने यह साबित कर दिया कि कंटेंट आधारित फिल्मों को भी दर्शक पसंद करते हैं, खासकर तब जब उसमें भावनात्मक गहराई हो।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
फिल्म को दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। सोशल मीडिया पर इसे ‘दिल को छू जाने वाली फिल्म’, ‘प्रेरणादायक कहानी’ और ‘परिवार के साथ देखने योग्य’ बताया गया है। कई लोगों ने इसे ‘Taare Zameen Par’ की तरह ही एक और प्रेरणादायक फिल्म बताया है।
फिल्म की खास बातें
- फिल्म समाज में विशेष लोगों के प्रति दृष्टिकोण को बदलने का प्रयास करती है।
- आमिर खान और जेनिलिया का अभिनय बेहद प्रभावशाली है।
- दिव्यांग कलाकारों को सम्मान के साथ प्रस्तुत किया गया है।
- फिल्म का निर्देशन और संगीत भावनात्मक रूप से मजबूत है।
निष्कर्ष
“सितारे जमीन पर” एक ऐसी फिल्म है जो आपको हंसाएगी भी और रुलाएगी भी। यह केवल एक फिल्म नहीं बल्कि एक अनुभव है जो आपको सोचने पर मजबूर कर देता है कि समाज में हम सभी के लिए बराबरी और सम्मान कितना जरूरी है। यह फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि एक सामाजिक संदेश भी देती है।
अगर आप एक दिल छूने वाली, प्रेरणादायक और अर्थपूर्ण फिल्म देखना चाहते हैं तो “सितारे जमीन पर” को ज़रूर देखें। यह फिल्म आपको न सिर्फ एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करेगी, बल्कि यह भी सिखाएगी कि ‘हर इंसान खास होता है।’