NEET PG 2025 परीक्षा स्थगित: नए समय-सारिणी और छात्रों पर असर
1. क्या हुआ?
NEET PG 2025 परीक्षा, जो पहले 15 जून 2025 को निर्धारित थी, अब ऑगस्ट 3, 2025 को एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएगी ()। यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट की एकल-शिफ्ट डायरेक्टिव के बाद लिया गया है
2. सुप्रीम कोर्ट का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दो शिफ्ट में परीक्षा लेना “अन्यायपूर्ण” है क्योंकि विभिन्न शिफ्ट्स का पेपर कठिनाई में भिन्न हो सकता है। इसलिए परीक्षा एक शिफ्ट में कराई जानी चाहिए ()। अदालत ने परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने हेतु समय बढ़ाने की अनुमति दी
3. NBEMS का नया टाइम-टेबल
NBEMS ने revised schedule जल्द जारी करने की घोषणा की है, जिसमें शामिल हैं:
- ऑगस्ट 3, 2025 – परीक्षा की नई तिथि
- शिफ्ट प्रारंभ: सुबह 9 से दोपहर 12:30 बजे तक
- सिटि इंटिमेशन स्लिप: जुलाई अंत तक
- रिजल्ट: जुलाई के तीसरे सप्ताह में
📌 छात्र natboard.edu.in और nbe.edu.in पर अपडेट के लिए नजर रखें ।
4. छात्रों पर प्रभाव
पेपर की देरी ने उम्मीदवारों की तैयारी और मानसिक स्थिति को प्रभावित किया है:
- वैक्सीन, नर्सिंग, रेजीडेंसी इंटर्नशिप में समय तालमेल प्रभावित
- मानसिक तनाव + आर्थिक बोझ बढ़ा
- ऑगस्ट में परीक्षात्मक समन्वय और पेपर रिकलेक्शन चुनौतीपूर्ण
OnlyEducation पर बताया गया है कि “मनोवैज्ञानिक प्रभाव और कैलेंडर बदलाव से मानसिक भार बढ़ता है” ()।
5. लॉजिस्टिक चुनौतियाँ
NBEMS को परीक्षा केंद्रो की संख्या दोगुनी करनी होगी, एडमिट कार्ड स्लिप व विवरण संशोधन करना होगा — यह समय लेने वाला काम है ()।
6. न्यायिक हस्तक्षेप और आगे की राह
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि परीक्षा फिर से पोस्टपोन हुई, तो वह “छात्र हित” के आधार पर हस्तक्षेप कर सकता है। उन्होंने संस्था से कहा कि जरूरी संसाधन सुनिश्चित करें ()।
7. छात्रों के लिए सुझाव
- पूरा पोर्टल, एडमिट कार्ड और city-intimation का नियमित चेकअप करें
- पाठ्यक्रम दोबारा कवर करें ताकि revision हर जब भी हो – मजबूत रहे तैयारी
- Mental health पे ध्यान देकर Stress management exercise करें
- कैंपस में delay होने पर future timeline align कर लें—internship/course affected हो सकती है
8. निष्कर्ष
NEET PG 2025 की देरी और एकल शिफ्ट की घोषणा छात्रों के लिए mixed bag है — एक ओर निष्पक्षता के लिए मददगार, पर दूसरी ओर टाइम टेबल और तैयारी पर असर करती है। NBEMS को logistics और execution में सुधार लाना होगा ताकि मेडिकल एडमिशन प्रक्रिया समय पर हो सके।