Bharat Bandh 2025 – ट्रेड यूनियनों की हड़ताल से देश ठप
1. क्या है भारत बंद 2025?
भारत बंद 2025 एक राष्ट्रव्यापी हड़ताल है, जिसका आह्वान प्रमुख ट्रेड यूनियनों ने किया है। इसका उद्देश्य सरकार की श्रम, निजीकरण और सामाजिक सुरक्षा संबंधी नीतियों का विरोध करना है।
2. कौन-कौन सी यूनियनें शामिल हैं?
- भारतीय मजदूर संघ (BMS)
- ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC)
- हिंद मजदूर सभा (HMS)
- सीटू (CITU)
- INTUC (Indian National Trade Union Congress)
इन यूनियनों ने संयुक्त रूप से विरोध का ऐलान किया है।
3. हड़ताल के प्रमुख मुद्दे
- नए लेबर कोड्स का विरोध
- सरकारी संस्थानों का निजीकरण
- मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी की मांग
- ईपीएफ और पेंशन योजनाओं में बदलाव
- महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ विरोध
4. किन क्षेत्रों पर पड़ेगा असर?
- बैंकिंग और बीमा सेवाएं
- रेलवे और सार्वजनिक परिवहन
- कोयला, इस्पात और ऊर्जा सेक्टर
- शिक्षा और स्वास्थ्य संस्थान
- सरकारी कार्यालयों में कामकाज ठप
5. सरकार की प्रतिक्रिया
सरकार ने हड़ताल को अनुचित बताया है और कहा है कि सुधारों का उद्देश्य “Ease of Doing Business” को बढ़ाना है। साथ ही आवश्यक सेवाओं को बहाल रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
6. जनता की प्रतिक्रिया
आम जनता में इस हड़ताल को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखी जा रही है। कुछ लोग मजदूर हितों के समर्थन में हैं, जबकि कुछ को असुविधा और दैनिक जीवन पर असर की चिंता है।
7. निष्कर्ष
भारत बंद 2025 केवल एक विरोध नहीं, बल्कि देश के मजदूर वर्ग की आवाज़ है। यह हड़ताल नीति निर्माताओं के लिए चेतावनी है कि विकास के साथ-साथ मजदूर हितों की रक्षा भी जरूरी है।
देखना होगा कि सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या यह आंदोलन आने वाले दिनों में और व्यापक रूप लेता है।